ब्लैक लिस्टेड थी ये तोप, करगिल लड़ाई में पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया
करगिल की लड़ाई में बोफोर्स तोप गेम चेंजर साबित हुआ था। बोफोर्स की लगभग 24 किलोमीटर की मारक क्षमता है। तोप की मारक क्षमता अपग्रेड की गई है। इसे टारगेट के हिसाब से सेट किया जा सकता है। विवादित सौदेबाजी में खरीदे गए इन तोपों का 1999 की लड़ाई में पहली बार इस्तेमाल किया गया था।
करगिल में टोलोलिंग की जीत के पीछे…
करगिल की लड़ाई में भारतीय सेना ने 12-13 जून 1999 को पाकिस्तानी घुसपैठियों से टोलोलिंग की पहाड़ी को मुक्त कराया। बता दें कि इसी प्वाइंट से पाकी घुसपैठिए भारतीय पोस्ट्स के साथ एनएच 1 पर हमला कर रहे थे। इस वजह से वॉर सप्लाई में बाधा आ रही थी। भारतीय जवान यहां घुसपैठियों से कमजोर साबित हो रहे थे। अंत में यहां बोफोर्स के जरिए सेना ने काउंटर अटैक किया और पहाड़ों में छिपकर बैठे घुसपैठियों को मार भगाया। और पढ़ें
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